कब होती है love marriage ? प्रेम विवाह – 10 hidden secret

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कब होती है love marriage ? प्रेम विवाह – 10 hidden secret

love marriage प्रेम विवाह : – साथियों जब एक युवा अपनी किशोरावस्था के अंतिम समय में अथवा युवावस्था के प्रारंभिक समय में होता है तो वो विपरीत लिंग के प्रति आकर्षित होता है ,ये सभी मानवों में एक प्राकृतिक गुण होता है । प्राकृतिक गुण इसलिए क्योंकि हमारी भावनाएं हमारे शरीर में होने वाले harmonal changes से जुड़ी होती है , हम चाहे क्रोध करें, हँसे हंसाये , रोये , प्रसन्न रहें अथवा दुखी रहें …इन सबके पीछे हमारे शरीर में होने वाले hormonal changes ही होतें है और ये natural है |

अधिकतर ये देखा गया है कि विपरीत लिंग के प्रति ये आकर्षण धीरे धीरे प्रेम संबंध में और प्रेम संबंध कभी कभी प्रेम विवाह में परिवर्तित हो जाता है | मित्रों आप माने या न माने लेकिन हम में से बहुत से ऐसे भी है जो किसी न किसी से प्रेम करते थे लेकिन किसी कारणवश ( ग्रहों का प्रभाव से ) आपका प्रेम , प्रेम विवाह में नही बदल सका |

क्या आप जानते है कि   

कब होती है love marriage प्रेम विवाह?

love marriage  में कुंडली के 5th ,7th house और 11th house पर विशेष ध्यान दिया जाता है। 5th house प्रेम का है और 7th house marriage का , इस कारण इन दोनो भाव को देखकर ही बताया जा सकता कि किसी की प्रेम विवाह होगा या नही होगा । प्रेम विवाह में , 11th house इस कारण देखा जाता है क्योंकि 11th house इच्छा का है और 11th house ,5th से 7th यानि प्रेम(5th) का पूरक और 7th (विवाह) से 5th है जो विवाह में प्रेम को दर्शाता है अर्थात प्रेम विवाह की  इच्छा को विवाह तक पहुचाता है।

प्रेम विवाह के लिए 5th house , पंचमेश , 7th house, सप्तमेश और पुरुष की कुंडली में प्रेम के कारक शुक्र (venus) का बलवान होना और स्त्री की प्रेम कुंडली मे गुरु और मंगल का बलवान होना आवश्यक होता है क्योंकि किसी भी व्यक्ति की कुंडली में ये भाव house प्रेम और विवाह के कारक होते है।

love marriage

अब जान लेते है

love marriage प्रेम विवाह होने के लिए कैसी स्थिति होनी चाहिए

प्रेम विवाह के लिए कुंडली में बनने वाले कुछ ग्रह स्थितियां :-

  1. 5th house के स्वामी और 7th house के स्वामी दोनो का आपस मे संबंध किसी केंद्र या त्रिकोण भाव में बन रहा हो तो प्रेम विवाह  होती है |
  2. यदि 5 th house और 7th house के स्वामी आपस में मित्र हो या सम हो तो प्रेम विवाह होने में आसानी होती है|
  3. यदि 5th house का स्वामी बलवान होकर 7th house में बैठा हो और 7 th house का स्वामी भी वहीँ बैठा हो |
  4. यदि 7th house का स्वामी बलवान होकर 5 th house में बैठा हो और 5th house का स्वामी भी वहीँ बैठा हो |
  5. यदि 5th house का स्वामी और 7th house का स्वामी एक दूसरे को देख रहे हो और एक दूसरे के शत्रु न हों और साथ ही साथ विवाह स्थान पर मित्र बृहस्पति की दृष्टि हो तो  भी आसानी से हो जाती है love marriage 

क्या आप जानते है कि   

कब नही होती है love marriage ?                    

  1. यदि 5th house और 7th house के स्वामी आपस में शत्रु हो और एक दूसरे से किसी भी प्रकार का सम्बन्ध बना रहे हो तो प्रेम विवाह नही हो पाता है | ये नियम गुरु और शुक्र पर लागू नही होता है क्योंकि गुरु और शुक्र एक दूसरे के शत्रु होते हुए भी आपस में शत्रुता नही रखते है |
  2. यदि किसी की कुंडली में love marriage योग हो तो भी यदि पंचमेश और सप्तमेश क्रूर / पापी ग्रहों से बहुत पीड़ित हों या निर्बल हो love marriage नही हो सकेगी |
  3. यदि किसी की कुंडली में love marriage योग हो तो भी यदि पंचमेश और सप्तमेश अस्त हो तब love marriage नही हो सकेगी |
  4. यदि किसी की कुंडली में love marriage योग हो तो भी यदि पंचमेश और सप्तमेश वक्री शनि या वक्री मंगल की दृष्टि से पीड़ित हो तब love marriage नही हो सकेगी|
  5. यदि किसी की कुंडली में love marriage योग हो तो भी यदि 5 th house और 5th house मे अधिकतर पाप ग्रह बैठे हो तो भी love marriage नही हो पाती है |

Arrange marriage हो या Love marriage यदि सप्तमेश या सप्तम भाव पर शुभ ग्रहों की दृष्टि होती है तो विवाह बंधन मजबूत होता है अन्यथा गृहस्थी की गाड़ी डगमगाने लगती है |

 

Remark : यदि आप भी अपने विवाह के विषय में जानना चाहते है तो किसी भी post के comment box में अपनी date of birth , time of birth , place of birth लिखते हुए अपना प्रश्न करे |

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